छात्र शिकायत निवार Shala Darpan Guide अपने अधिकारों को समझें
Shala Darpan अगर स्कूल में कुछ ठीक नहीं चल रहा है—जैसे पढ़ाई से जुड़ी समस्या, अनुचित व्यवहार या प्रशासनिक दिक्कत—तो यह गाइड आपके लिए है। यहाँ आपको बताया गया है कि शिकायत कैसे दर्ज करें और उसका समाधान कैसे पाएँ।

छात्र शिकायत निवारण तंत्र क्या है?
यह एक सुरक्षित और आधिकारिक तरीका है जिससे छात्र (और माता-पिता) अपनी शिकायतें दर्ज कर सकते हैं—चाहे वह पढ़ाई, सुविधाओं या अनुशासन से जुड़ी हो—और उन्हें सही समय पर निवारण मिल सके।
इसके लिए ज़्यादातर स्कूलों में शिकायत निवारण समिति (Grievance Redressal Committee – GRC) बनाई जाती है। अगर मामला बड़ा है या समिति से हल नहीं होता, तो यह ओम्बड्सपर्सन (Ombudsperson) तक भेजा जा सकता है, जो एक बाहरी अधिकारी होते हैं।
इसके लिए ज़्यादातर स्कूलों में शिकायत निवारण समिति (Grievance Redressal Committee – GRC) बनाई जाती है। अगर मामला बड़ा है या समिति से हल नहीं होता, तो यह ओम्बड्सपर्सन (Ombudsperson) तक भेजा जा सकता है, जो एक बाहरी अधिकारी होते हैं।
छात्र या माता-पिता लिखित रूप में या ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते हैं। कई स्कूलों में शिकायत पेटी भी होती है।
शिकायत मिलने के बाद समिति इसकी जानकारी देती है और आगे की प्रक्रिया बताती है।
जरूरत पड़ने पर समिति शिकायत की जाँच करती है और छात्र को भी अपनी बात रखने का अवसर देती है। यदि समिति समाधान नहीं कर पाती तो मामला ओम्बड्सपर्सन को भेजा जाता है।
आमतौर पर एक महीने के भीतर जवाब मिलना चाहिए। पूरी प्रक्रिया में गोपनीयता और निष्पक्षता बनाए रखी जाती है।
Legal basis and regulations
Digital and State Level Initiatives
Useful Tips for Students and Parents
phase | What to do |
1 | Identify the Committee – जानें कि आपके स्कूल में शिकायत कौन देखता है। |
2 | Keep the evidence – ईमेल, फोटो, तारीखें और नोट्स सुरक्षित रखें। |
3 | Write clearly– समस्या क्या है, उसका असर क्या है और आप क्या समाधान चाहते हैं। |
4 | Follow-up – यदि समय पर जवाब न मिले तो आगे बढ़ाएँ। |
5 | Move to a higher level if needed – स्कूल से हल न मिलने पर कानूनी विकल्प भी मौजूद हैं। |
छात्र शिकायत निवारण तंत्र:Understand Your Rights – Shala Darpan Guide
(पहले वाला कंटेंट जस का तस रहेगा, अब इसमें नई हेडिंग्स शामिल होंगी)
What things should be kept in mind while filing a complaint?
Commonly received student complaints
What to do if the complaint is not resolved?

Further options if no solution is found
Why is a grievance redressal mechanism necessary?
निष्पक्षता:
हर छात्र को अपनी बात कहने और सुने जाने का मौका मिलता है।
पारदर्शिता:
यह साफ होता है कि शिकायत कौन देख रहा है और कब हल होगी।
समय पर समाधान:
समस्या लंबे समय तक अटकी नहीं रहती।
सशक्तिकरण:
अपने अधिकार जानकर छात्र आत्मविश्वास से अपनी बात रख पाते हैं।
Conclusion
कई विश्वविद्यालयों में हर हफ्ते सैकड़ों शिकायतें आती हैं—जैसे प्रमाण पत्र में देरी, हॉस्टल की समस्या या अनुचित व्यवहार। अब नई ऑनलाइन प्रणाली से शिकायतें समय-सीमा में हल की जा रही हैं और छात्र अपनी शिकायत को आसानी से ट्रैक कर सकते हैं।